टाटा ने 2020 की शुरुआत में अपनी पहली प्रीमियम हैचबैक कार- अल्ट्रोज को लॉन्च किया था। यह टाटा के लेटेस्ट अल्फा आर्किटेक्चर प्लेटफार्म (जाइल लाइट फ्लैक्सिबल एडवांस आर्किटेक्टर) पर बेस्ड पहली और इम्पैक्ट डिज़ाइन 2.0 फिलॉसोफी पर बेस्ड दूसरी कार है। यह एक फीचर्स से भरपूर कार है जिसका प्रीमियम हैचबैक सेगमेंट में मुकाबला मारुति बलेनो, टोयोटा ग्लैंजा, हुंडई एलीट आई20, होंडा जैज़ और फोक्सवैगन पोलो से है।
जैसा कि हमने आपको शुरुआत में भी बताया कि अल्ट्रोज को इम्पैक्ट 2.0 डिज़ाइन लैंग्वेज पर तैयार किया गया है। पहली ही नज़र में यह काफी फंकी और प्रीमियम लगती है। इसके फ्रंट में शार्प और लम्बे एलईडी प्रोजेक्टर हेडलैम्प्स मिलते हैं जो इसकी ग्रिल में मिलते हुए डिज़ाइन किए गए हैं। यहां ध्यान देने वाली बात ये हैं कि कार की ग्रिल को एक नौच एंगल (Notch Angle) दिया गया है जो कुछ लोगो को आकर्षक, तो कुछ को थोड़ा अटपटा लग सकता है। बहरहाल, मुझे ये एलिमेंट काफी पसंद आया। ग्रिल और हेडलैम्प्स के निचले हिस्से में क्रोम फिंशिंग जबकि इसमें ऊपरी हिस्से में पियानो ब्लैक फिनिश दिया गया है।
हेडलैम्प्स के ठीक नीचे कंपनी ने फॉग लैम्प्स दिए हैं जिन्हें अपने पारमपरिक स्थान पर की तुलना में काफी ऊपर की ओर पोज़िशन किया गया है। इससे कार की फ्रंट फेसिंग थोड़ी अपराइट या उठी हुई लगती है। इसके नीचे शार्प लाइनिंग और एक बड़ा एयर डैम मिलता है जो कार की ओवरआल फ्रंट फेसिंग को निखारता है।
साइड से, कार बेहद प्रीमियम और स्पोर्टी लगती है। इसमें आपको ब्लैक ओआरवीएम और ब्लैक रूफ मिलेगी। इसके अलावा, विन्डोज़ के निचले हिस्से में भी ब्लैक हाइलाइट्स और ओआरवीएम के निचले हिस्से में क्रोम फिनिशिंग दी गई है। यहां ध्यान देने वाली बात यह यही कि कंपनी ने ओआरवीएम पर टर्न इंडिकेटस को माउंट ना कर, इसे फेंडर पर पोज़िशन किया है।
कंपनी ने इसमें किसी यूटिलिटी व्हीकल की तरह चौड़े व्हील आर्क दिए हैं। यही नहीं, इसके व्हील आर्च, विंडोलाइन और डोर्स पर शार्प क्रीज़ लाइन्स भी मिलती है जो कि इसकी स्टाइलिंग को में और ज्यादा जान डालती है। यहां ध्यान देने इसमें रियर डोर हैंडल आपको स्विफ्ट और शेवरलेट बीटा की तरह विंडो के बगल में मिलेंगे।
अल्ट्रोज के टॉप वैरिएंट में आपको 16 इंच के ड्यूल टोन टोन व्हील्स मिलेंगे। पेट्रोल वैरिएंट्स में ये व्हील्स 195/55 आर16, तो वहीं डीज़ल वैरिएंट्स में 185/60 आर16 सेक्शन टायर्स मिलेंगे।
फ्रंट और साइड की तरह, अल्ट्रोज की रियर डिज़ाइन भी देखने में काफी अच्छी लगती है। इसके टेललैंप्स की डिज़ाइन काफी शार्प रखी गयी है जो साइड में सी-पिलर तक जाते हैं। दोनों टेललैम्प्स को आपस में कनेक्ट करता हुई इसमें बड़ी पियानो ब्लैक एलिमेंट मिलता है जिसमे बीच में आपको “अल्ट्रोज” की बैजिंग और टाटा का लोगो भी मिलेगा।
ओवरआल, टाटा अल्ट्रोज की स्टाइलिंग किसी भी हैचबैक कार से बेहद हटके है। ये काफी आकर्षक लगती है और भीड़ में लोगो का ध्यान अपनी ओर खींचने वाली है।
आईये अब एक नज़र डालें इसकी डायमेंशन पर:-
टाटा अल्ट्रोज | मारुति बलेनो / टोयोटा ग्लैंजा | हुंडई एलीट आई20 | होंडा जैज़ | फोक्सवैगन पोलो | |
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लम्बाई (मिलीमीटर) | 3990 | 3995 | 3985 | 3955 | 3971 |
चौड़ाई (मिलीमीटर) | 1755 | 1745 | 1734 | 1694 | 1682 |
ऊंचाई (मिलीमीटर) | 1523 | 1510 | 1505 | 1544 | 1469 |
व्हीलबेस (मिलीमीटर) | 2501 | 2520 | 2570 | 2530 | 2469 |
टाटा अल्ट्रोज का केबिन wow फैक्टर लिए हुए है। पहली नज़र में आपको इसकी डिज़ाइन भा जाएगी। इसमें ग्रे कलर का डैशबोर्ड, सिल्वर फिनिशिंग के साथ मिलता है। इस डैशबोर्ड के निचले और ऊपर के हिस्से का टेक्सचर अलग है। इसके केबिन का सबसे बड़ा लाइटिंग इसका 7 इंच का फ्लोटिंग टचस्क्रीन इंफोटेनमेंट सिस्टम है जो की टाटा नेक्सन में भी मिलता है। इस इंफोटेनमेंट सिस्टम के नीचे सेंट्रल एसी वेंट्स और इंफोटेनमेंट के कंट्रोल्स स्विच दिए गए हैं। यहां ध्यान देने वाली यह है कि ये तीनों एलिमेंट्स डैशबोर्ड के जिस पैनल पर मिलती है, इसमें एम्बिएंट लाइटिंग भी मिलती है जो कि रात के समय काफी अच्छी लगती है।
इसके अलावा, इसके टाटा हैरियर के जैसा लेदर रैपिंग वाला फ्लैट बॉटम स्टीयरिंग व्हील और सेमी-डिजिटल इंस्ट्रूमेंट क्लस्टर भी मिलता है। इस इंस्ट्रूमेंट क्लस्टर में एनालॉग स्पीडोमीटर और 7 इंच की कलर एमआईडी (मल्टी इन्फॉर्मेशन डिस्प्ले) दी गई है, जिस पर टेकोमीटर, माइलेज, ट्रिपमीटर, ओडोमीटर, क्लॉक म्यूज़िक, नेविगेशन डायरेक्शन और ड्राइव मोड आदि जानकारियां मिलती है।
बात करें अन्य फीचर्स की तो इसमें आपको इंफोटेनमेंट में एप्पल कारप्ले और एंड्रॉयड ऑटो कनेक्टिविटी, क्रूज कंट्रोल, ड्राइविंग मोड्स, ऑटोमैटिक क्लाइमेट कंट्रोल (एसी), रियर एसी वेंट, स्टीयरिंग व्हील पर कंट्रोल्स (ऑडियो, टेलेफोनी, एमआईडी, वॉइस कमांड और क्रूज कंट्रोल के लिए स्विच), हरमन कार्डन का 6 स्पीकर वाला साउंड सिस्टम, इंजन पुश बटन स्टार्ट/स्टॉप, हाइट एडजस्टेबल ड्राइवर सीट, इलेक्ट्रिकली एडजस्टेबल और फोल्डेबल ओआरवीएम, डे/नाईट आईआरवीएम, रिवर्स कैमरा, ऑटोमैटिक हेडलैंप, रेन सेसिंग वाइपर, रियर वायपर एवं वॉशर, ड्राइवर साइड वन टच डाउन विंडो, फ्रंट सेंटर सिलडिंग आर्मरेस्ट, रियर सेंटर आर्मरेस्ट आदि खूबियां मिलती हैं।
टाटा अल्ट्रोज के सभी वैरिएंट्स में आपको ड्यूल फ्रंट एयरबैग, एंटीलॉक ब्रेकिंग सिस्टम (एबीएस) के साथ इलेक्ट्रोनिक ब्रेकफोर्स डिस्ट्रीब्यूशन (ईबीडी), कॉर्नरिंग स्टेबिलिटी कंट्रोल, आईएसओफिक्स चाइल्ड सीट माउंट और रियर पार्किंग सेंसर जैसे सेफ्टी फीचर्स मिलेंगे। जानकारी के लिए बता दें कि ग्लोबल एनकैप क्रैश टेस्ट में टाटा अल्ट्रोज को 5 स्टार सेफ्टी रेटिंग मिल चुकी है। यह देश की सबसे सुरक्षित कार मानी गई है।
टाटा अल्ट्रोज के डोर्स लगभग 90 डिग्री पर खुलते हैं जिससे कार में बैठना और उतारना काफी आसान है। इसमें ग्रे कलर की फेब्रिक सीटें मिलती है जिसका कम्फर्ट काफी अच्छा है। इसमें ड्राइवर सीट की हाइट को इलेक्ट्रिकली एडजस्ट करने की सुविधा भी मिलती है। साथ ही, इसके स्टीयरिंग व्हील को भी आप टिल्ट और टेलीस्कोपिक एडजस्ट (ऊपर-नीचे और आगे पीछे) कर सकते हैं। साथ ही, इसमें एडजस्टेबल हेडरेस्ट और स्लाइडिंग सेंटर आर्मरेस्ट भी मिलता हैं जो आपके कम्फर्ट लेवल को और बढ़ा देते हैं।
जैसा कि हमने बताया था कि अल्ट्रोज अपने सेगमेंट में सबसे चौड़ी कार है। ऐसे में इसकी रियर सीट पर तीन लोग आराम से बैठ सकते हैं। इसमें दोनों विंडो साइड्स सीट्स पर एडजस्टेबल हेडरेस्ट, सेंटर आर्मरेस्ट, रियर एसी वेंट्स और 12-वॉल्ट का चार्जिंग सॉकेट भी मिलता हैं। यदि आपकी हाइट 6 फीट या इससे कम है तो आपको इसमें कम्फर्ट, नी-रूम, हेडरूम आदि की शिकायत नहीं होगी। लेकिन यदि आपकी हाइट 6 फ़ीट से ज्यादा है तो आपको अंडरथाई सपोर्ट और हेडरूम से जुड़ी समस्या महसूस हो सकती है।
बात करें स्टोरेज स्पेस की तो, इसके केबिन में आपको छिटपुट सामान रखने के लिए डोर पर अंब्रेला और बोटल होल्डर, 15 लीटर का कूल्ड ग्लव बॉक्स, सेंट्रल कंसोल पर दो कप होल्डर और सेंटर स्टोरेज स्पेस, फ्रंट स्लाइडिंग आर्मरेस्ट में छोटा स्टोरेज स्पेस, रियर में फ्रंट सीट होल्डर, डोर्स पर बोतल और कप होल्डर मिलते हैं। हालांकि, कंपनी ने रियर सेंटर आर्मरेस्ट में कोई स्टोरेज स्पेस नहीं दिया है।
इसमें 345 लीटर का बूट स्पेस मिलता है जो होंडा जैज़ के बाद सेगमेंट में सबसे ज्यादा है। हालांकि, इसमें अन्य कारों की तरह 60:40 अनुपात में बंटी सीट्स की कमी है। ऐसे में आवश्यकता पड़ने पर आप इसकी बेंच सीट को पूरा फोल्ड कर बूट स्पेस को 665 लीटर तक बढ़ा सकते हैं।
टाटा अल्ट्रोज़ 5 वैरिएंट: एक्सई, एक्सएम, एक्सटी, एक्सज़ेड, एक्सज़ेड ओ में उपलब्ध है। इन वैरिएंट्स के साथ टाटा ने सेगमेंट में पहली बार फैक्ट्री-कस्टमाइज़ेशन का ऑप्शन भी दिया है। यानी कार को बुक करवाते टाइम ही अगर आपको कार में कोई फीचर अलग से चाहिए तो कंपनी उसे प्रोडक्शन के समय ही आपको कार में फिट कर के देगी।
अल्ट्रोज के साथचार कस्टमाइज़ेशन पैकेज:- ”रिदम”, ”स्टाइल”, ”लुक्स” और ”अर्बन” का विकल्प मिलता है।
अल्ट्रोज में टाटा टियागो वाला 1.2 लीटर, 3-सिलेंडर, पेट्रोल और टाटा नेक्सन वाला 1.5 लीटर, 4 सिलेंडर डीज़ल इंजन मिलता है। इन दोनों इंजन के साथ 5-स्पीड मैनुअल गियरबॉक्स दिया गया है। कंपनी जल्द ही इन्हें ऑटोमैटिक गियरबॉक्स के साथ भी उतारेगी।
आईये एक नज़र डालें इसके इंजन स्पेसिफिकेशन पर:-
पेट्रोलडीजल
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टियागो और टिगॉर वाले इस पेट्रोल इंजन को बीएस6 नॉर्म्स के अनुसार अपग्रेड करने के लिए कंपनी ने इसमें वीवीटी (वेरिएबल वॉल्व टाइमिंग) सिस्टम और नए एक्जॉस्ट सिस्टम को शामिल किया है। साथ ही, इंजन के वाइब्रेशन भी काफी हद तक कंट्रोल करने की कोशिश की गई है। हालांकि, इसकी परफॉर्मेंस में टियागो/टिगॉर की तुलना में कुछ ख़ासा अंतर नहीं आया है। इसमें पावर डिलिवरी काफी स्मूद है और कार का क्लच भी काफी लाइट है जिससे सिटी ड्राइविंग में आपको इसमें कोई परेशानी महसूस नहीं होगी। टाटा ने इसमें इंजन स्टार्ट/स्टॉप का फीचर दिया है जो आपकी फ्यूल एफिशिएंसी का ख्याल रखता है। साथ ही, इसमें ईको मोड भी मिलता है।
3 सिलेंडर इंजन होने के कारण इसमें रिफाइनमेंट की कमी अब भी मसहूस होती है और आरपीएम बढ़ने के साथ इंजन नॉइज़ भी बढ़ती है। साथ ही, इसकी गियर शिफ्टिंग भी उतनी ज्यादा स्मूथ नहीं है। तेज़ी से ओवरटेक करने के लिए आपको इसमें डाउनशिफ्टिंग करनी ही पड़ेगी। फुल लोड कंडीशन में इसमें आपको पावर की कमी महसूस हो सकती है। ओवरआल, अल्ट्रोज के इस पेट्रोल इंजन में फन-टू-ड्राइव एक्सपीरियंस की खासी कमी है। लेकिन आपको जानकारी के लिए बता दें कि कंपनी भविष्य में इसके साथ टाटा नेक्सन वाले टर्बोचार्ज्ड पेट्रोल इंजन की पेशकश करेगी।
बहरहाल, जब तक टाटा इसके साथ टर्बो पेट्रोल इंजन की पेशकश करें तब तब फन-टू-ड्राइव एक्सपीरियंस के लिए आप इसका डीजल मॉडल चुन सकते हैं। इसमें कम आरपीएम पर भी काफी अच्छा टॉर्क आउटपुट मिलता है जो की सिटी ड्राइविंग कंडीशन, लोड कंडीशन और ओवरटेकिंग में काफी सहायक है। यह 3 डिजिटल स्पीड आराम से पकड़ लेती है और इस दौरान काफी स्टेबल भी रहती है। डीजल इंजन के साथ पेट्रोल की तुलना में गियर शिफ्टिंग बेहतर लगती है। हालांकि, इसका इंजन काफी शोर करता है और केबिन में भी इंजन नॉइज़ साफ़ सुनाई देती है।
अल्ट्रोज की राइड क्वालिटी काबिल-ए-तारीफ़ है। यह गड्डों और बम्प्स को आसानी से सोख लेती है और आपको केबिन में कोई भी डिस्कम्फर्ट महसूस नहीं होगा। इसके हैंडलिंग और ग्रिपिंग भी काफी अच्छी है और हर स्पीड रेंज पर प्रयाप्त स्टीयरिंग फीडबैक भी मिलता है। कार की रोड पर पकड़ अच्छी है और 3 डिजिटल स्पीड पर भी यह स्टेबल महसूस होती है। साथ ही, कॉर्नरिंग के दौरान भी यह आपका ड्राइविंग कॉन्फिडेंस कम नहीं होने देगी।
प्राइस (एक्स-शोरूम दिल्ली) | पेट्रोल मॉडल | डीजल मॉडल |
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टाटा अल्ट्रोज एक्सई (Tata Altroz XE) | 5.29 लाख रुपये | 6.99 लाख रुपये |
टाटा अल्ट्रोज एक्सएम (Tata Altroz XM) | 6.15 लाख रुपये | 7.75 लाख रुपये |
टाटा अल्ट्रोज एक्सटी (Tata Altroz XT) | 6.84 लाख रुपये | 8.44 लाख रुपये |
टाटा अल्ट्रोज एक्सजेड (Tata Altroz XZ) | 7.44 लाख रुपये | 9.04 लाख रुपये |
टाटा अल्ट्रोज एक्सजेड ओ (Tata Altroz XZ-optional) | 7.69 लाख रुपये | 9.29 लाख रुपये |
टाटा अल्ट्रोज की डिज़ाइन बेहद आकर्षक है और इसे अगर सेगमेंट में सबसे बेहतरीन स्टाइलिंग वाली कार कहा जाए तो शायद गलत नहीं होगा। बेहद ही कम क्रोम के इस्तमाल से भी अल्ट्रोज काफी ज्यादा प्रीमियम लगती है। इसमें अच्छे खासे फीचर्स भी मिलते हैं। कार की बिल्ड क्वालिटी भी काफी अच्छी है। कम्फर्ट और राइडिंग क्वालिटी को लेकर आपको इससे कोई शिकायत नहीं होगी। लेकिन इसके पेट्रोल इंजन की परफॉर्मेंस हमे उतनी ज्यादा पसंद नहीं आई। सिटी और हाईवे, दोनों ड्राइविंग कंडीशन के हिसाब से हम आपको इसका डीजल इंजन ही लेने की सलाह देंगे। साथ ही, सेफ्टी के लिहाज़ से यह इंडिया की सबसे सुरक्षित कार है जो इसकी यूएसपी (यूनिक सेलिंग पॉइंट) भी है।
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